रक्ताघात के प्रकार (Types of stroke)
रक्ताघात तीन प्रकार के होते हैं: (1) एम्बोलिक, (2) थ्रोम्बोटिक और (3) रक्तस्राव
- एम्बोलिक रक्ताघात - एम्बोलिक रक्ताघात में मस्तिष्क की धमनियों में बह रहे रक्त का थक्का एक छोटी धमनी में फंस कर मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को रोक देता है। यह रक्त-थक्का सामान्यतः या तो हृदय से आता है या धमनी मेँ जमी चर्बी का एक टूटा हुआ अंश होता है।
- थ्रोम्बोटिक रक्ताघात - थ्रोम्बोटिक रक्ताघात के प्रकार में धमनी के अंदर की दीवार पर रक्त के थक्के जम जाते हैं और उससे धमनी में रक्त का प्रवाह या तो कम हो जाता है या बिल्कुल रुक जाता है। और फिर बिना रक्त के, ऑक्सीजन की कमी होने से मस्तिष्क के प्रभावित हिस्से की कोशिकायें मरने लगती हैं। इस रक्ताघात का नाम थ्रोम्बोटिक इसलिए है क्योंकि रक्त के प्रवाह को रोकनेवाले थक्के को थ्रोम्बोसिस कहते हैं।
- रक्तस्राव – इस प्रकार के रक्ताघात में मस्तिष्क की धमनियाँ फट जाती हैं और निकले हुए रक्त के दबाव तथा बिना ऑक्सीजन के काफी कोशिकायें मर जाती हैं। मस्तिष्क में रक्तस्राव के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन इसके दो कारण मुख्य हैं: काफी समय से चला आ रहा उच्च रक्तचाप और एनुरिज्म का फटना। एनुरिज्म में धमनी का एक कमजोर हिस्सा धीरे-धीरे बढ़ कर गुब्बारे की तरह फूल जाता है। एनुरिज्म ज्यादातर जन्म के समय से ही होते हैं और कई सालों में बढ़ते हैं। एनुरिज्म ज्यादातर तब तक समस्या का कारण नहीं होता जब तक या तो वह बहुत बड़ा न हो जाये या फट न जाये।
Thrombotic Stroke ani
Hemorrhagic Stroke ani

