Suggestions for safety in the house
घर में रोगी की सुरक्षा के लिए सुझाव
यहाँ कुछ सुझाव दिये जा रहे हैं, जिनसे रोगी बेहतर सुरक्षा के साथ घर में रह सकेगा तथा खुद की अच्छी तरह देखभाल कर सकेगा।
Patient’s Welfare
रोगी की देखभाल:
- रोगी को एक घंटी देदें ताकि जरूरत पड़ने पर वह आपको बुला सके।
- जरूरी तथा आपातकालीन नम्बरों को या तो टेलीफोन के स्वयं डायल सिस्टम में सेट कर दें या उन्हें टेलीफोन के पास रख दें।
- अगर रोगी वृद्ध है या अकेला रहता है तो किसी न किसी को दिन में एक बार जाकर उसे देखना चाहिए या फोन करना चाहिए।
Home Environment
घर में सुरक्षा के प्रबंध:
- घर में जहाँ रोगी को अकेले आने जाने की जरूरत पड़ती है वहाँ हैंडरेल या पकड़ कर चलने का कोई साधन लगवायें।
- रोगी की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है कि घर को ठीक तरह से संगठित किया जाए, दरवाजों की चौखट तथा जमीन पर से कालीन व फर्नीचर वगरह हटवा दें ताकि रोगी गिरे न और आराम से घर में चल-फिर सके।
- रोगी हमेशा घर में रबर-सोल वाले जूते पहने रहे जिससे कि फिसलने का खतरा न हो।
Kitchen Environment
रसोई में सुरक्षा के प्रबंध:
- रसोई में ऊँचा काउंटर बनवायें इससे रोगी को काम करने में सहायता मिलेगी।
- खाना पकाने के लिए लम्बे तथा चौड़े हैंडल वाले बर्तनों का प्रयोग करें। रोगी को खाना थाली में दें ताकि खाना थाली की दीवार के बाहर ना गिरे।
- रसोई में रोगी को नायलोन के तथा लम्बी आस्तीन वाले कपड़े नहीं पहनाने चाहिए क्योंकि ये जल्दी आग पकड़ते हैं।
- नल में ऐसी टोटियाँ लगवायें जिनमें आराम से बिना उंगलियाँ लगाये खोला जा सके।
Bathroom Environment
गुसलखाने में सुरक्षा के प्रबंध:
- रोगी को कभी भी गुसलखाने का दरवाजा अंदर से न बंद करने दें।
- गुसलखाने में रबर के मैट डालें और रोगी को हमेशा रबर-सोल के जूते पहनाएँ ताकि फिसल कर गिरने का खतरा न हो।
- साबुन को एक रस्सी में बाँध कर नल या किसी पाइप से लटका दें ताकि वह जमीन पर ना गिरे।
- गुसलखाने में एक मजबूत कुर्सी या स्टूल रख दें ताकि रोगी आराम से बैठ कर नहा सके।
- यदि सम्भव हो तो गुसलखाने में एक फव्वारा लगवा दें ताकि रोगी खड़े-खड़े नहा सके।
- शौचालय में वेस्टर्न कमोड लगवाएं या बीच में कटी कुर्सी रखवा दें।

