Job Search Support Letter
भारतीय वाचाघात और रक्ताघात एसोसिएशन
Aphasia and Stroke Association of India
महोदय एवं महोदया,
Aphasia and Stroke Association of India के एक सेवक के नाते, मैं आप से यह विनती कर रहा हूँ कि इन पत्रवाहक सज्जन, जोकि ख़ुद रक्ताघात (stroke) के रोगी हैं, की नौकरी के प्रार्थनापत्र पर गंभीरता से विचार करें और कोई उपयुक्त नौकरी या काम दिलाने में भरसक सहायता करने की कृपा करें।
रक्ताघात मध्य आयु के लोगों में अपंगता और शारीरिक विकार का प्रमुख कारण है। रक्ताघात से रोगी को बोलने. पढ़ने, समझने और लिखने की शक्तियाँ भी प्रभावित होती हैं। इस के अलावा, रोगी के चलने-फिरने और देखने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। अगर रोगी अपने परिवार का मुख्य कमाने वाला सदस्य है, तो रक्ताघात से परिवार की आर्थिक परेशानियाँ बहुत बढ़ जाती हैं।
ऐसा होते हुए भी, अधिकांश रक्ताघात के रोगी अपने चारों ओर क्या हो रहा है इसे महसूस करते हैं, जानते हैं और भलीभाँति ज़िम्मेदारी भी निभाते हैं। यदि उन्हें ऐसे काम में लगाया जाए जो उन की शारीरिक क्षमता के अनुसार हो या जिन में उन्हें सामान्य दैनिक कामकाज की चीज़ें करनी हों, तो वे अच्छी प्रकार ज़िम्मेदारी से काम को कर सकते हैं और उचित योगदान कर सकते हैं।
हम अपने बुज़र्गों, असहायों और मुसीबत में पड़े लोगों का किस प्रकार ध्यान देतें हैं, यह केवल हमारी नैतिक शक्ति को ही नहीं प्रदर्शित करता है बल्कि हमारी संस्कृति को भी बताता है।
मैं आप से निवेदन करता हूँ कि आप इस पत्रवाहक को उपयुक्त रोज़गार देने के बारे में गंभीरता से विचार करें। अगर ऐसा किसी कारण कठिन है, तो उस के पति या पत्नी को रोज़गार देने या दिलवाने की कृपा करें।
आप की सहायता से इस परिवार का आत्म-सम्मान बना रहेगा और इसे अपने पैरों पर खड़े होने की दिशा में एक अवसर मिलेगा ।
शुभकामनाओं के साथ,
आप का,
सुभाष भटनागर
Subhash Bhatnagar, Ph.D. CCC-SLP
subhash.bhatnagar@mu.edu

